उत्तर प्रदेश, चन्दौली/सकलडीहा-: क्षेत्र के पचफेड़वा एसएस हॉस्पिटल से होकर धूसखास व रेवसा गांव को जोड़ने वाली मुख्य मार्ग आजादी के कई दशक बाद भी कच्चा होने से किसानों व बासिंदो को आवागमन करने में काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन करते समय अक्सर लोग गिरकर चोटिल हो जा रहे हैं। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल तक किया। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है ।इसको लेकर लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
क्षेत्र के पचफेड़वा एस एस हॉस्पिटल से होकर धूसखास व रेवसा को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग से प्रतिदिन किसान व ग्रामीण सैकड़ो की संख्या में आवागमन करते हैं। लेकिन यह आजादी के कई दशक बाद भी कच्चा मार्ग बदहाली पर आंसू बहा रहा है। कंप्यूटरकृत युग में बैलगाड़ी की सवारी यहां पर चरितार्थ हो रही है। बरसात के दिनों में उक्त मार्ग पर पैदल चलना भी दुभर हो जाता है। यहां तक की आवागमन करते समय अक्सर गिर कर लोग चोटिल हो जा रहे हैं। जिससे दवा इलाज में उनका हजारों रुपए लगाना पड़ रहा है। अमरिश कुमार,एसपी सिंह, अनिल सिंह, बलराम पांडेय, शंभू सोनकर, दरोगा राम,नरेंद्र सिंह सहित तमाम लोगों ने बताया कि इसकी शिकायत हम लोग विभागीय अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल व प्रधानमंत्री तक किया ।लेकिन डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस्वीर बनी हुई है।
पचफेड़वा से रेवसा,धूसखास मार्ग के मरम्मत के लिए कार्य योजना में शामिल कर शासन को भेजा गया था ।लेकिन अनुमोदित नहीं हो पाया। एक बार फिर अनुमोदन के लिए शासन को जल्द ही भेजने का काम किया जाएगा।
राजेश कुमार, अधिशासी अधिकारी पीडब्ल्यूडी चंदौली।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।