उत्तर प्रदेश, चन्दौली/नियामताबाद-: विकासखंड के कटरिया स्थित राष्ट्रीय बिरहा अकादमी के प्रबंध निदेशक अंतर्राष्ट्रीय बिरहा गायक डॉ मन्नू यादव ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली की ओर से आयोजित लोक संगीत संध्या नई धारा भाखा में साथियों ने प्रस्तुति दी। इसमें उन्होंने बिरहा, चैता, लोरकी आदि गायन विधा प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोहा।
सबसे पहले काशी वर्णन में उन्होंने – मनवां मोहे बाबा विश्ववाथ की न्यारी नगरी, से समां बांधी। उसके बाद कलाधर लालिमा छन्द से प्रबुद्ध वर्ग और रसिक जनों को झूमने पर मजबूर किया।इसके बाद प्रकृति वर्णन के रूप में पूरबी गीत की प्रस्तुति दी जिसमें तुकों और देशज शब्दों ने श्रोताओं को खूब रिझाया। अपने रशना गहन छन्दों के लिये विश्व प्रसिद्ध प्रस्तुति दी। इसके बाद काशी की चिर परिचित बोल “खेलैं मशाने में होली दिगम्बर खेलैं, मशाने में होली सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। अखाड़ों की कजरी, ढुनमुनिया कजरी, शायरी कजरी और काज्जल देवी मां विंध्यवासिनी के स्वरूप पर व्याख्यान भी दिया। ततपश्चात वीर रस के गीत खड़ी बिरहा, लोरिकी जैसी लुप्त हो रही विधा भी सुनाई गई। डॉ मन्नू यादव के साथ संगतकारों ने बखूबी साथ निभाया जिसमें झांझ पर चंचल यादव,मंजीरा पर बुधयी संदल, हारमोनियम पर बिजेंद्र कुमार,ढोलक पर लालबहादुर तथा करताल पर अरविंद सिंह ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर लेखिका डॉ शशी प्रभा तिवारी, आईसीसी के अध्यक्ष एनके श्रीवास्तव,कार्यक्रम अधिकारी शुभ्रा टंडन, एडिटिंग मैनेजर आरती जैन, इंजीनियर विवेक कुमार यादव आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।