उत्तर प्रदेश, चन्दौली/डीडीयू नगर-: स्थानीय रेलवे स्टेशन पर मंगलवार की देर रात रेलवे सुरक्षा बल व सीआईबी टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों व सामानों के जांच अभियान में 10 तस्करों से करीब 3ः30 लाख रुपये मूल्य का अवैध शराब बरामद किया। जिसके बाद आरपीएफ ने आवश्यक कागजी कार्रवाई कर तस्करों को शराब सहित जीआरपी को सुपुर्द कर दिया। लेकिन जीआरपी ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था लेकिन सोशल मीडिया में खबर आने एक बाद जीआरपी ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि जीआरपी 3.30 लाख के शराब और 10 तस्करों के खिलाफ किन कारणों से मुकदमा दर्ज करने में देरी कर रही थी।
गौरतलब हो कि स्थानीय रेलवे स्टेशन से शराब तस्करी रुकने का का नाम नहीं ले रही है। इसके जिम्मेदार आबकारी विभाग मौन साधे बैठा हैं। इतने बड़े पैमाने पर शराब कहां से आते हैं और तस्कर पकड़े जाने के बावजूद भी विभाग क्यों मौन है। यह एक यक्ष प्रश्न है ? कुछ माह पहले इन्हीं शराब तस्करों ने दानापुर रेल मंडल में डीडीयू मण्डल आरपीएफ के दो जवानों की हत्या कर दी थी। जिसके बाद आरपीएफ पर शराब माफियाओं को संरक्षण दिये जाने का आरोप भी लगा था। यह दाग आज भी कायम है। इसी बदनुमा दाग को मिटाने के लिए डीडीयू रेल मंडल आरपीएफ लगातार अभियान चला कर शराब माफियाओं का कमर तोड़ने के प्रयास में जुटी है। इसी क्रम में सोमवार- मंगलवार की रात्रि आरपीएफ व सीआइबी की संयुक्त टीम ने 3.30 लाख रुपये मूल्य की शराब के साथ 10 तस्करों को पकड़कर कागजी कार्रवाई के बाद जीआरपी ने उसपर कोई कारवाई तबतक नहीं जबतक मामला सोशल मीडिया में नहीं आया। जैसे ही सोशल मीडिया ने उजागर किया वैसे ही जीआरपी ने मुकदमा दर्ज कर दिया। अमूमन जीआरपी छोटे मोटे मामले में मुकदमा दर्ज कर सोशल मीडिया में बनाये व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से समाचार पत्र को प्रेस नोट जारी कर देती है। लेकिन 10 तस्कर पकड़े गये इनकी प्रेस नोट अभी तक जारी नहीं करना इनके कार्यप्रणाली लर सवालिया निशान खड़े कर रहा है। इस मामले में आरपीएफ में नाराजगी भी दिख रही थी। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पूर्व भी ऐसी घटना हुई थी। जिसमें आरपीएफ ने शराब व शराब तस्करों को जीआरपी को सुपुर्द किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर दोनों बलों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी। जिसे वरीय मण्डल सुरक्षा आयुक्त जेथिन बी राज ने बीच बचाव कर टकराव को शांत कराया था। पुनः वही स्थिति देखने को मिल रही थी। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बाबत जीआरपी प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि 10 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।