(उत्तर प्रदेश) बदायूँ/सहसवान-: “अब ज़मीनों पर बिछाए कि फलक को ओढ़े” मुफलिसी भरी बरसात में बेघर हुई है यह शेर उन गरीब बेबस पीड़ितों पर सटीक बैठता है जिनके घर दो दिन पूर्व हुई बारिश के भेंट चढ़ गए और सिर से आशियाने छीन गए ऐसा ही तहसील क्षेत्र के गांव कुंवरपुर चाँदन निवासी बबलू उर्फ विजेंदर पुत्र नवरत्न अपने घर में परचून की दुकान चलाकर परिवार का भरण पौषण करता था। गुरुवार को अचानक घर भरभराकर गिर गया। घर मे गृहस्वामी बब्लू की माता और दादी मलवे में दबने से बाल बाल बच गयी।
पीड़ित बब्लू का आरोप है कि मकान गिरने की सूचना हल्का लेखपाल को दी हल्का लेखपाल सूचना मिलने के बावजूद नही पहुँचे। पीड़ित बब्लू के सामने आर्थिक संकट के साथ साथ आशियाने का भी संकट खड़ा हो गया है।