बीज भंडार में भ्रष्टाचार का आरोप, ग्रामीणों ने किया हंगामा।
उत्तर प्रदेश, चन्दौली/चहनियां-: बलुआ थाना क्षेत्र के राजकीय कृषि बीज भंडार बिसापुर में गुरूवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दर्जनों ग्रामीणों ने पहुंचकर बीज भंडार प्रभारी पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी बीज को चोरी-छिपे प्राइवेट राइस मिल में बेचने के लिए भेजा जा रहा था।
ग्रामीणों ने बताया कि गुरूवार को एक पिकअप वाहन में धान का बीज लादकर उसे किसी प्राइवेट मिल में भेजा जा रहा था। जब ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति जताई और गाड़ी रोकने की कोशिश की, तो उन्हें कथित तौर पर धक्का देकर भगाया गया। ग्रामीणों ने प्रभारी कुलदीप यादव पर सरकारी बीजों की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह कोई पहली बार नहीं हो रहा, बल्कि पिछले वर्ष भी इस प्रकार से धान ले जाया गया था। बीज भंडार प्रभारी कुलदीप ने सफाई देते हुए कहा कि “यह धान डिस्पोजल के लिए भेजा जा रहा था। हर साल यहां 100 से 150 कुंतल धान आता है, लेकिन किसान सरकारी गोदाम से बीज कम लेते हैं। यहां का धान किसानों को पसंद नहीं आता, इसलिए बड़ी मात्रा में बच जाता है। बचा हुआ धान हमें 32 से 35 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचकर उसकी भरपाई करनी पड़ती है।” उन्होंने दावा किया कि यदि धान यहीं पड़ा रहता है, तो कर्मचारियों को खुद उसकी वित्तीय जिम्मेदारी उठानी पड़ती है, इसीलिए इसे उचित दर पर बेच दिया जाता है। पिकअप चालक छोटेलाल ने बताया कि वह सोनहुला स्थित एक राइस मिल में धान ले जा रहा था। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी एक साल पहले यहीं से धान लेकर गया था और वह मालिक शिवदयाल साव के निर्देश पर गाड़ी चलाता है।
एसडीएम ने मौके पर की जांच।
मामले की जानकारी मिलते ही सकलडीहा एसडीएम कुंदन राज कपूर मौके पर पहुंचे। उन्होंने बीज भंडार का निरीक्षण किया और पिकअप में लदे धान की वास्तविकता की जांच की। पूछताछ के दौरान कर्मचारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके और इधर-उधर की बातें करके जवाब टालते नजर आए। एसडीएम कुंदन राज कपूर ने बताया कि “मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों से संपर्क किया गया है। एडीओ एग्रीकल्चर भी मौके पर पहुंचे हैं। हमने सभी शिकायतों को दर्ज करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, एक नियमित जांच टीम भी गठित की जाएगी जो हर दूसरे दिन बीज भंडार की निगरानी करेगी। यदि कोई भी व्यक्ति दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
ग्रामीणों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
बीज भंडार में हो रहे इस कथित भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को तत्काल निलंबित किया जाए और बीज भंडार के संचालन में पारदर्शिता लाई जाए।
रिपोर्ट- राजन सिंह, संवाददाता चंदौली।