उत्तर प्रदेश, चन्दौली/चहनिया-: क्षेत्र स्थित रामगढ़ नहर पर बनी पुलिया महीनों से टूटी हुई है। इस पुलिया से होकर रोजाना हजारों राहगीर आवागमन करते हैं। टूटी रेलिग राहगीरों के लिए खतरे का सबब है, खास तौर से रात के अंधेरे में इस ओर से गुजरना चुनौतीपूर्ण हो चुका है। बावजूद इसके, जिम्मेदारों का ध्यान इस समस्या की ओर नहीं जा रहा है। रामगढ़ गांव के चौराहे के निकट नहर पर बनी पुलिया पर ईट की रेलिग किसी भारी वाहन के धक्के से महीनों से क्षतिग्रस्त पड़ी है।
इससे होकर यूनियन बैंक,लोकनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय,बाबा कीनाराम मठ,बरिया,सढान,पूरा, नैढी, दरियापुर, नादि,निधौरा,महराजगंज समेत आसपास के दर्जनों गांवों के नागरिक तो आवागमन करते ही हैं, दूर-दराज के पथिक भी इधर से गुजरते हैं। उनके लिए टूटी रेलिग खतरे का सबब बनी हुई है, खास तौर से अंजान लोगों के लिए। नहर में पानी आने के बाद खतरा और बढ़ जाता है।कई लोग इसमें गिरकर घायल भी हो चुके हैं। रेलिग न होने से हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। पुलिया की रेलिग का निर्माण बेहद जरूरी है। रात के अंधेरे में बाइक, साइकिल सवार पुलिया के नीचे कभी भी गिरकर घायल हो सकते हैं।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।