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फर्जी निकला धर्म परिवर्तन और गौमांस का मामला, बरेली पुलिस ने किया अंतरराज्यीय गैंग का भंडाफोड़।

फर्जी निकला धर्म परिवर्तन और गौमांस का मामला, बरेली पुलिस ने किया अंतरराज्यीय गैंग का भंडाफोड़।

मोहम्मद वसीम, संवाददाता 

बरेली। बहेड़ी कोतवाली पुलिस ने धर्म परिवर्तन, बलात्कार, गौमांस खिलाने और देह व्यापार से जुड़े गंभीर आरोपों की जांच में चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि आरोप लगाने वाली महिला चंदा कुमारी ही एक संगठित गिरोह की सक्रिय सदस्य है, जो विधुर व बुजुर्ग पुरुषों को झूठी शादी के जाल में फंसाकर ठगी और देह व्यापार के धंधे में लिप्त थी।

पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों — बख्तावर, राजवीर, गुड्डू उर्फ शरीफ और ताहिर — को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चंदा और उसकी सहयोगी पिंकी उर्फ काजल सहित अन्य सदस्य फरार हैं।

शुरुआत झूठे मुकदमे से हुई।

23 जुलाई को बहेड़ी की कोतवाली में कोलकाता की रहने वाली चंदा कुमारी ने आरोप लगाया था कि बख्तावर नामक युवक ने शादी का झांसा देकर उससे दुष्कर्म किया, जबरन गौमांस खिलाया, गर्भपात कराया और देह व्यापार में धकेला। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कई धाराओं सहित अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

जांच में पलटा पूरा मामला।

पुलिस ने जब विवेचना की, तो असलियत कुछ और ही निकली। जांच में पाया गया कि चंदा खुद एक संगठित गिरोह का हिस्सा है, जो विधुर और अकेले पुरुषों को निशाना बनाता था। गिरोह की योजना के अनुसार, चंदा इन पुरुषों से फर्जी दस्तावेजों के जरिए शादी करती थी और कुछ दिन साथ रहकर मौका मिलते ही गहने, नकदी आदि समेटकर फरार हो जाती थी।

तीन राज्यों में फैला नेटवर्क, तीन मामले आए सामने।

अब तक की जांच में तीन ठगी के मामले सामने आ चुके हैं:

1. प्रेमपाल कश्यप, निवासी बदायूं – शादी के बाद महिला जेवर व ₹60,000 नकद लेकर भाग गई।

2. मित्रपाल, निवासी झंझनं (राजस्थान) – कविता नाम बताकर शादी, फिर ₹1.50 लाख लेकर फरार।

3. उग्रसेन, निवासी हनुमानगढ़ (राजस्थान) – ₹1.50 लाख की ठगी।

तीनों पीड़ित पहले डर और धमकी के चलते पुलिस के पास नहीं गए थे।

पिंकी उर्फ काजल थी मास्टरमाइंड।

जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह की सरगना पिंकी उर्फ काजल है, जो चंदा को कोलकाता से रुद्रपुर लाई और देह व्यापार में उतारा। पिंकी ही पीड़ितों को फोन कर धमकाती थी कि उसकी बहन गायब है और वह एफआईआर दर्ज कराएगी, जिससे पीड़ित डरकर चुप हो जाते थे।

फर्जी दस्तावेजों से बनते थे विवाह व लिव-इन संबंध।

गिरोह के पास से फर्जी शादी के शपथ पत्र, लिव-इन रिलेशनशिप एफिडेविट, आधार कार्ड, और अन्य पहचान पत्र बरामद हुए हैं। गिरोह इनका उपयोग कर शातिराना ढंग से शादी के बहाने ठगी को अंजाम देता था।

सीओ बहेड़ी का बयान।

सीओ अरुण कुमार ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक संजय तोमर के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने मंडनपुर कट के पास से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह बेहद संगठित तरीके से विधुर पुरुषों को निशाना बनाकर ठगी और देह व्यापार का नेटवर्क चला रहा था। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

पुलिस का सख्त रुख, जांच जारी।

बरेली पुलिस ने बताया कि यह गिरोह कई राज्यों में सक्रिय है और अब तक के मिले साक्ष्यों के आधार पर अन्य जिलों की पुलिस से भी संपर्क किया गया है। कई अन्य पीड़ितों की तलाश की जा रही है। पुलिस की कोशिश है कि

इस गिरोह के सभी सदस्यों को जल्द गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाए।

बाइट- अरुण कुमार सीओ बहेड़ी जिला बरेली।

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