माता काली देवी के दर्शन पूजन से होती है मनोकामना पूरी।
माता काली देवी का हुआ भव्य श्रृंगार।
उत्तर प्रदेश, चन्दौली/चकिया-: सैदुपुर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अति प्राचीन काली माता मंदिर (नसोपुर गलिमापुर स्थित) भव्य श्रृंगार महोत्सव का आयोजन किया गया है। जय मॉ काली सेवा समिति कमेटी के अध्यक्ष अनोद चौहान उपाध्यक्ष गोलू चौहान सचिव अमरनाथ कोषाध्यक्ष धनंजय बतातें हैं कि चैत्र शुक्ल नवमी के एक दिन बाद 7 अप्रैल 2025 दिन सोमवार को होना सुनिश्चित होता है । चैत्र शुक्ल नवमी के एक दिन बाद काली माँ का भव्य श्रृंगार का महोत्सव हम जय माँ काली सेवा समिति के द्वारा पूजा आरती के बाद श्रद्धालुओं में माता काली का प्रसाद भक्तगणों में बांटा जाता है । माता मॉ काली का प्रसाद पाकर भक्तगण श्रद्धालु अपने को धन्य समझते हैं । कार्यक्रम की शुरूआत मॉ का पूजा अर्चना करते हुए भक्ति गीतों से गुलज़ार हुआ क्षेत्र ऐसे में विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों ने अपनी प्रतिभा देवी गीतों से किया ऐसी मान्यता है कि माता के दरबार में शीश झुकाने से मुरादें अवश्य पूरी होती है । जिससे काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भारी संख्या में उपस्थित होकर पूजा पाठ करते हैं । पुरातन इतिहास में जाएं तो माँ काली देवी मंदिर की स्थापना सैकड़ो साल पूर्व की है । मन्दिर होने के परिणाम स्वरूप करीब 10 वर्ष पूर्व नाशोपुर गलिमापुर के प्रमुख समाजसेवी एवं वरिष्ठ समाजसेवी स्व बसंतू चौहान तथा कई अन्य भक्तगण द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया । जो नशोपुर गलिमापुर को गौरवान्वित करती है । माँ काली देवी मंदिर के पुजारी विद्वान धनंजय चौहान बाबा ने बताया कि यहां मन्नत मांगने पर मुरादें पूरी होती है ऐसी माता भगवती देवी का आशीर्वाद है भक्तजनों पर माता बराबर कल्याण एवं सुख शांति भी प्रदान करती है । जिसका परिणाम मनोकामना पूर्ण भी होती है।
रिपोर्ट प्रशांत कुमार