उत्तर प्रदेश, चन्दौली/ मुगलसराय-: प्रयागराज महाकुंभ के मद्देनजर अभी भी ट्रेनों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही। चंदौली के डीडीयू स्टेशन पर यात्रियों की खचाखच भीड़ उमड़ रही। ऐसे में कई लोग, अपनों से बिछड़ जा रहें। इसी क्रम में डीडीयू स्टेशन पर 4 साल का आर्यन, अपने नानी से बिछड़ गया। नाती के न मिलने पर नानी ने जीआरपी से मदद की गुहार लगाई। हरकत में आई जीआरपी के जवानों ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला और करीब 5 घंटों की मेहनत के बाद बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
जाने, कैसे बिछड़ा आर्यन।
जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी 48 वर्षीय अंजली शाह, जीआरपी के पास पहुंची। उन्होंने जीआरपी प्रभारी को अपने नाती के गुम होने की बात बताई। महिला ने बताया कि वह अपने नाती आर्यन के साथ महाकुंभ स्नान के लिए गयी हुई थी। स्नान के बाद दोनों, कुंभ स्पेशल ट्रेन से पटना जाने के लिए रवाना हुए। पर ट्रेन में काफी भीड़ था। महिला ने डीडीयू स्टेशन पर उतरना मुनासिफ समझा।
ट्रेन के डीडीयू स्टेशन पहुंचने पर महिला, अपने नाती के साथ स्टेशन पर उतर गई। महिला ने आर्यन को एक सुरक्षित जगह खड़ा किया और सामान उतारने के लिए दोबारा ट्रेन में चढ़ी। सामान लेकर महिला जब प्लेटफार्म पर पहुंची, तो आर्यन मौके पर नही था। महिला ने आर्यन को काफी ढूंढा, पर उसका कहीं पता नही चला।हरकत में आई जीआरपी पुलिस
महिला के निवेदन पर जीआरपी के जवान हरकत में आ गए। आर्यन का फोटो लिया गया और उसकी तलाश शुरू हुई। बच्चे का फोटो सर्कुलेट किया गया। जिसके बाद प्लेटफामों पर लगे कैमरों के माध्यम से बच्चे की खोजबीन शुरू हुई। सीसीटीवी कैमरे में बच्चा कहीं नही दिखा। जिसके बाद जीआरपी के जवानों ने फुटओवरब्रिज तथा प्लेटफार्मों पर बच्चे को ढूंढना शुरू किया। अथक प्रयास के बाद जीआरपी के जवानों ने आर्यन को प्लेटफार्म नं 4 से सकुशल बरामद कर लिया
सीओ ने कही ये बात।
इस बाबत सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह ने बताया कि बच्चे की गुम होने की सूचना मिली थी। जीआरपी प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह और उनके टीम द्वारा तत्काल एक्शन लेते हुए मात्र 5 घंटे के अंदर बच्चे को सकुशल रेस्क्यू किया गया है। बच्चे को, उसकी नानी अंजली साह के सुपुर्द कर दिया गया। सीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान कोई भी आपराधिक घटना का होना नही पाया गया। अपने गुम हुए नाती को पाकर नानी अंजली साह ने जीआरपी का आभार व्यक्त किया है।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया, चन्दौली।